Basic Tasar Silkworm Seed Organisation, Central Silk Board,
Bilaspur (C.G.)

राजभाषा

बुनियादी तसर रेशमकीट बीज संगठन, केन्‍द्रीय रेशम बोर्ड, बिलासपुर में वर्ष 1998-99 में हुई स्‍थापना के बाद से ही राजभाषा प्रावधानों के अनुपालन हेतु ठोस कार्रवाई की जा रही है। गत दो दशकों से संगठन कार्यालय में राजभाषा की विकास यात्रा उल्लेखनीय रही है | संगठन की राजभाषा कार्यान्वयन समिति तथा अधीनस्थ केन्द्रों की राजभाषा कार्यान्वयन समिति, केंद्रीय कार्यालय की राजभाषा कार्यान्वयन समिति एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठकों में राजभाषा नीति  के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु कारगर निर्णय लिए जाते हैं एवं उन निर्णयों पर अनुवर्ती कार्रवाई सुनिश्चित की जाती है |कार्यालयीन कार्यों में  अधिकारियों/कर्मचारियों को आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के उद्देश्य से प्रत्येक तिमाही में अधिकारियों/कर्मचारियों के लिए हिन्दी कार्यशाला आयोजित की जाती है | हिन्दी भाषा प्रशिक्षण  के अंतर्गत वर्ष 2023-24 की स्थिति के अनुसार संगठन के लगभग 100% अधिकारी/कर्मचारी हिन्दी भाषा में प्रशिक्षित / कार्यसाधक/प्रवीणता प्राप्त हैं |

संगठन कार्यालय के अनुभागों में संस्थापित कंप्यूटरों पर हिन्दी भाषा में कार्य करने हेतु सॉफ्टवेयर "यूनिकोड" संस्‍थापित किया गया है तथा टंककों / आशुलिपिकों के अलावा वैज्ञानिकों, अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा कंप्यूटर पर हिन्दी में सरकारी कामकाज किया जाता है | विभिन्न अनुभागों में कामकाज के कम्प्यूटरीकरण एवं कंप्यूटर में हिन्दी - प्रयोग की सुविधा करने से राजभाषा कार्यान्वयन कार्य में गति  आई है |

राजभाषा कार्य करने हेतु अधिकारियों / कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए प्रोत्साहन एवं प्रेरणा की नीति अपनाई जाती है तथा भारत सरकार द्वारा संचालित विभिन्न प्रोत्साहन योजना के अलावा केंद्रीय रेशम बोर्ड की उदार प्रोत्साहन योजना लागू की गयी है | बेहतर राजभाषा कार्यान्वयन हेतु स्वस्थ प्रतिस्पर्धा लाने के उद्देश्य  से केन्द्रों के लिए अलग-अलग चलशील्ड एवं प्रशस्ति - पत्र का वितरण किया जाता है |

 संगठन कार्यालय के अनुभागों एवं अधीनस्थ केन्द्रों में हो रहे राजभाषा कार्यों का नियमित अंतराल पर राजभाषा निरीक्षण  कर समीक्षा  की जाती है एवं पायी गयी कमियों पर सुझाव/अनुशंसाएं दी जाती है जिन पर अनुवर्ती कार्रवाई संबंधित अनुभाग/ केंद्र को अगले निरीक्षण के पूर्व कर लेनी होती है | उत्कृष्ट  राजभाषा कार्य करने वाले  अधिकारियों/कर्मचारियों को प्रत्येक वर्ष आयोजित हिंदी दिवस / पखवाड़ा  के अवसर पर पुरस्कृत किया जाता है |

प्रशासनिक कार्यों में हिन्दी के प्रयोग को सुनिश्चित करने के अलावा वैज्ञानिक कार्यों एवं अनुसंधान व तकनीकी क्षेत्र में भी राजभाषा हिन्दी का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन किया गया है जिससे न केवल उच्च स्तरीय अनुसंधान बैठकों / विचार - गोष्ठियों में हिन्दी में कार्यवाही का संचालन संभव हुआ है अपितु हिन्दी में शोध - पत्र लेखन/प्रकाशन का कार्य भी चल रहा है | तसर उद्योग के मुख्यतः  हिन्दी क्षेत्रों  में विस्तार को देखते हुए सभी प्रमुख प्रकाशन हिन्दी में किए जा रहे हैं | फलस्वरूप बुनियादी तसर रेशमकीट बीज संगठन कार्यालय में उत्कृष्ठ  राजभाषा कार्य निष्पादन हेतु संगठन कार्यालय को  राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 हेतु तृतीय, 2021-22 हेतु  प्रथम एवं वर्ष 2020-21 हेतु द्वितीय क्षेत्रीय राजभाषा पुरस्‍कार प्रदान किया गया एवं वर्ष 2021-22 के लिए केरेबो राजभाषा शील्‍ड योजना के तहत राजभाषा हिन्‍दी के प्रगामी प्रयोग में वरिष्‍ठ / कनिष्‍ठ अनुवादक (हिन्‍दी) वाले बोर्ड कार्यालयों में प्रथम  स्‍थान  प्राप्‍त हुआ है तथा दिनांक 23-06-2023 को राजभाषा शील्‍ड एवं प्रशस्ति पत्र से सम्‍मानित किया गया। | जनवरी,2018 में संगठन कार्यालय द्वारा सफलतापूर्वक राजभाषा तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें देश के विभिन्‍न भागों से आए हुए वैज्ञानिकों द्वारा तकनीकी शोध-पत्र हिन्‍दी में पावर पाइंट के माध्‍यम से प्रस्‍तुत किया गया। संगठन कार्यालय पर न केवल मुख्यालय अपितु इसके नियंत्राधीन 18 अधीनस्थ /संबद्ध  कार्यालयों में भी राजभाषा कार्यों के अनुवीक्षण व समीक्षा कार्य का दायित्व है। संगठन कार्यालय द्वारा राजभाषा प्रावधानों के सभी प्रमुख बिन्दुओं पर प्रभावी कार्रवाई की जाती है।  इसके अलावा केन्‍द्रों के द्वारा हिन्‍दी कार्यशालाओं/राजभाषा बैठकों एवं हिन्‍दी दिवस/पखवाड़ा का अलग से/संयुक्‍त रूप से आयोजन किया जाता है। साथ ही वार्षिक कार्यक्रम/कार्य योजना एवं समय-समय पर केन्‍द्रीय कार्यालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार प्रशासनिक तथा तकनीकी कार्यक्रमों/गतिविधियों का आयोजन कर यथानिर्धारित लक्ष्‍य प्राप्‍त किया जाता है।